क्या व्यापार भरोसे से चलता है? व्यापार में भरोसा, भक्त और भगवान , trust business example, business trust in india, trust business example, business tr
बिल्कुल इसमें कोई शक नहीं है कि कोई भी व्यापार, पैसे के साथ साथ "भरोसे" पर भी चलता है, जहाँ तक मेने सीखा है वो यहाँ आपको बताता हूँ। पैसे और व्यापार के बीच में एक चीज़ छुपी होती है वो है फ्रॉड, जिस पर टिका होता है आपका फायदा और नुकसान।
ये दोनों के बीच वैसे ही छुपा रहता है जैसे भक्त और भगवान् के बीच बहरूपिया या नास्तिक या राक्षस
तो व्यापार में व्यापारी भक्त है और कस्टमर भगवान् है । तभी शायद हमारे यहाँ कस्टमर को भगवान् कहा जाने लगा होगा।
रामायण में एक प्रसंग आप सबको याद ही होगा। इसे आप यूट्यूब पर भी देख सकते है। ------
होता यु है वहां कि श्री राम भक्त हनुमान जी लक्ष्मण जी को मुर्छा से निकालने के लिए संजीवनी बूटी लेने के लिए, जब जा रहे थे, तो रावण ने हनुमान जी को रोकने हेतु मायावी अर्थात बहरूपिया कालनेमि राक्षस को आज्ञा दी। बहरूपिये कालनेमि ने साधू के वेश धारण करके, वहां माया की रचना की तथा हनुमान जी को मार्ग में रोक लिया। हनुमान जी को बहरूपिये मायावी कालनेमि का कुटिल उद्देश्य ज्ञात हुआ तो उन्होने उसका वध कर दिया।
हनुमान जी तो बहरूपिये का वध कर सकते है, क्युकि वो सब कुछ कर सकते है, वो श्रीराम के परम भक्त या दास है। श्री राम प्रभु भी उन्हें दास की तरह नहीं बल्कि भाई भरत की तरह प्रेम करते है। श्री राम ने कभी भी हनुमान जी को दास नहीं बनाया न ही दास समझा, ये हनुमान जी ही है जो अपने प्रभु को एक नज़र में पहचान कर, आज तक उनकी भक्ति और भजन में ध्यान मग्न लगे हुए है।
यहाँ से समझ में आया कि आज कलयुग में हर मनुष्य के आगे पीछे भक्त और भगवान् के साथ साथ बहरूपिये भी घुमते है।
जैसे -
मनुष्य का सबसे पहला पाला पड़ता है दोस्त से। दोस्त अगर सच्चा है, तो उनमे एक भक्त और दूसरा भगवान् का रूप होता है। उनमे एक श्री राम तो दूसरा हनुमान होता है। दोनों ज़िंदगी एक दूसरे का हाथ इस प्रकार पकड़ कर रखते है कि दोस्ती के किस्से वर्षो तक पृथ्वी पर गूंजते है।
लेकिन
अगर दोस्त के रूप में बहरूपिया से पाला पड़ा तो -
किसी जुर्म के दलदल में फ़साने वाला दोस्त ही होता है।
शराब कर सिगरेट को पूछने वाला भी दोस्त ही होता है।
स्त्री के बारे में सपने देखना भी दोस्त ही सिखाते है, जिसकी प्रेरणा बॉलीवुड भरता है।
पैसे लेकर न लौटाने वाला भी दोस्त होता है।
और भी अन्य जगह पर भी ये बहरूपिये होते है।
व्यापार में भरोसा -
फ्रॉड व्यक्ति या कंपनी किसी भी नए स्टार्टअप के लिए घातक होती है। स्टार्टअप कि किस्मत में अगर पहला कस्टमर या पहली कंपनी फ्रॉड निकलती है तो इससे बिज़नेस करने वाले का मनोबल टूट जाता है। कभी कभी तो समाज में अपने पैरो पर खड़ा होता हुआ व्यक्ति या कंपनी ऐसी गिरती है कि वे खड़ा होने का विचार ही त्याग देते है।
इसलिए आप चाहे कस्टमर हो व्यापारी, व्यापार में भरोसा करना आवश्यक है लेकिन आपको हर व्यक्ति या कंपनी में कालनेमि देखना भी आवश्यक है।
उनको पहचानने के तरीके अगर आपको पता है तो कमेंट अवश्य करे।
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