Your one vote is promoting encroachment in the country? आपका एक वोट ही देश में अतिक्रमण को बढ़ावा दे रहा है? अतिक्रमण नियम, अतिक्रमण हटाने के नियम, अति
अतिक्रमण भारत की सबसे बड़ी समस्या है। अतिक्रमण की कोई न कोई न्यूज़ आपको हर महीने भारत के किसी न किसी राज्य या क्षेत्र से मिल जाएगी।
अतिक्रमण क्या है?
सरकारी जमीन या प्राइवेट जमीन को बिना ख़रीदे या बिना मालिक को बताये उस पर अपना अधिकार बताना ही अतिक्रमण है।
सही में गरीब कौन?
जबकि देश में गरीब तो वह है जो किराये के मकान में रहकर, प्राइवेट नौकरी करके अपने बच्चो का लालन पालन करता है। ऐसी लोगो की संख्या गरीबो और अमीरो से कही ज्यादा है। इन्हे न तो कोई नेता सपोर्ट करता है, न सरकार आरक्षण देती है, और न इन्हे फ्री लाइट या फ्री राशन की सुविधा मिलती है। और न ही ये लोग किसी से फ्री में कुछ लेने की अपेक्षा रखते है।
अतिक्रमण कैसे बढ़ता है? -
अतिक्रमण करने वाले लोग ऐसी जमीन देखते है जहाँ कमाई के साधन होते है, पहले वो उस जगह पर एक खुली दुकान जैसे की बीड़ी, सिगरेट इत्यादि की छोटी दुकान खोलते है। फिर वह दुकान धीरे धीरे एक झोपड़ी का रूप लेती है। कुछ महीनो में वह झोपड़ी पक्के मकान में बदलने लगती है। उसके बगल में अन्य लोग भी यह काम करते है। जैसे ही वहां पर 100-200 लोग अतिक्रमण करते है तो नेता इन्हे सुविधाएं सिर्फ वोट के स्वार्थ में देने में लग जाते है कोई पानी के टैंकर भेजता है, कोई लाइट का कनेक्शन देता है, कोई फ्री में राशन देता है यह क्रम यही नहीं रुकता -
अन्य वर्षो में नेता इन्हे फ्री लाइट भी दे देते है, राशन कार्ड देते है। और ये लोग भी इन नेताओ का पूरा सपोर्ट करते है चाहे आंदोलन हो, सड़क को घेरना हो, शराब बेंचना हो।
इसका एक उदाहरण दिल्ली से ले सकते है। दिल्ली में आप किसी भी वस्ती में पूछ ले की - "साहसी कहाँ मिलेगा?" कोई भी बता देगा। इनके यहाँ 24 घंटे शराब मिलती है और ये बात 99% सभी नेताओ को पता है, मीडिया को पता है । लेकिन इन्हे गरीब माना जाता है
अतिक्रमण को बढ़ावा कौन देता है?
आप जिन नेताओ को अपने और अपने भविष्य के लिए चुनते है वो ही इसे अपने स्वार्थ के लिए बढ़ावा देते है। क्युकी इसमें उनका कोई नुक्सान नहीं होता और देश के नुकसान की वो चिंता नहीं करते जैसे की पाकिस्तान और श्रीलंका के नेताओ ने किया।
ऐसे नेता कभी भी अपनी प्रॉपर्टी में से इन अतिक्रमण करने वालो को कोई सहायता नहीं करते। नेता कभी भी अपने बच्चो को आंदोलन में शामिल भी नहीं करते।
बढ़ावा देने के लिए क्या क्या करते है?
- नेताओ को अतिक्रमण के बारे में ज्यादातर जानकारी होती है। लेकिन वो उन्हें कब्ज़ा करने देते है। आज़ादी के 70 साल बाद भी अतिक्रमण के लिए कोई ठोस कानून नहीं बनाया। न ही कोर्ट को समय मिलता है।
- कब्ज़ा करने वाले लोग ऐसे नेताओ को वोट देते है। अब बिना किसी आइडेंटिटी के वोटर कार्ड का बन जाना इन्ही नेताओ की चाल होती है जिन्हे आप वोट देते है।
- नेता अतिक्रमण की गयी वस्तियों में लाइट, पानी और रोड की व्यवस्था करवाते है ताकि वो लोग इन्हे वोट देते रहे। ये लोग सिर्फ उन्हें ही वोट दे इसलिए समय समय पर उस जगह के छिन जाने का भय भी दिखाते है। इससे वे लोग इनके परमानेंट वोट बैंक बन जाते है।
- दिल्ली देश की राजधानी है, लेकिन सबसे ज्यादा अतिक्रमण आपको यही देखने को मिलेगा। नेता इनके लिए पानी के टेंकर, लाइट के मीटर आदि की व्यवस्था करते है। यही हाल मुंबई का भी है।
अतिक्रमण करने वाले निरपराध (Victim) है?
अतिक्रमण करने वाले कभी भी विक्टिम नहीं हो सकते। अगर ऐसा है तो सड़क पर सोने की चैन छीनने वाला भी उसी श्रेणी में आएगा। क्युकी उसके घर पर भी एक दादी, एक गर्भवती स्त्री, या छोटे बच्चे हो सकते है, इस धारणा पर आपको उस चोर का विरोध नहीं करना चाहिए।
क्या सरकार को उनके लिए व्यवस्था करनी चाहिए?
नहीं, क्युकी सरकार उनकी है जो ईमानदारी से टैक्स भरते है। जिनके घर से सैनिक बॉर्डर पर खड़े है। अगर सरकार अतिक्रमणकारियों को नयी जगह देती है या उनको अनुमति देती है अतिक्रमण करने को, तो फिर इस हिसाब से तो देश के अन्य नागरिको को काम करने की जरुरत नहीं है उनको भी जहाँ भी सरकारी जमीन दिखे उस घर बनाकर रह सकते है, उस जगह पर दुकान खोल कर अपना जीवन आराम से जी सकते है। चोरी कर सकते है
इससे कैसे निपटे? -
अगर आप अतिक्रमण को बढ़ावा नहीं देना चाहते तो ऐसे नेताओ को वोट न दे। फिर चाहे आपकी कितनी भी विचारधारा को सपोर्ट करते हो। क्युकी अधर्मी का साथ देने से आप भी अधर्मी ही होंगे ।
अतिक्रमण कि समस्या आज भारत में भारत के बॉर्डर पर स्थित जिले या राज्य, वहां पर सबसे ज्यादा है। मतलब ये हुआ कि एक तरफ हमारे सैनिक एक एक इंच जमीन के लिए वर्फ और गर्मी में बॉर्डर पर टिके रहते है तो दूसरी तरफ आपका एक गलत वोट देश के अंदर की जमीन लोगो को मुफ्त में दे देता है।
अगर आपको लगता है इससे आपका कुछ नहीं बिगड़ेगा तो भविष्य में आपके बच्चो के बच्चे आपको जरूर कोसेंगे। और ये अधर्म है।
अतिक्रमण का सपोर्ट करने वाले लोगो को पहचाने -
जब भी सरकार या इस देश की कोर्ट अतिक्रमण के विरोध में कोई कार्यवाही करती है तो इसके सपोर्ट में कुछ लोग एक्टिव हो जाते है आपको उन्ही देश के दुश्मनो को पहचानना है और उन्हें वोट नहीं देना है अपने बच्चो को भी अच्छे और बुरे के बारे में बताये।
इनके साथ अन्य लोग भी शामिल होते है, जैसे कि -
वकील - अतिक्रमण की कार्यवाही रुकवाने के लिए कुछ वकील कोर्ट भागते है।
पत्रकार - मीडिया में कुछ पत्रकार इस चोरी या अतिक्रमण को सही बताते है और उन्हें सपोर्ट करते है।
पुलिस - पुलिस के कुछ सिपाही स्वार्थ के लिए इनकी अनदेखी करती है फिर चाहे अतिक्रमण वाली जगह पर सट्टा, शराब का धंधा, चोरी कुछ भी होता रहे।
पार्टी या नेता - शुरुआत यही से होती है वो है आपका वोट। बस ये बदल लिया तो सब बदल जायेगा ।
इसे आप अतिक्रमण पर निवंध न समझे, अतिक्रमण हटाने का यही सबसे बड़ा नियम है। यही आपका असली धर्म या कर्तव्य है।
अगर अतिक्रमणकारियों को रातो रात नहीं हटाया जा सकता तो उनके वोट देने का अधिकार क्यों है ? क्या सविंधान इतना कमजोर है जो चोरी की जमीन भी नहीं छुड़ा सकता, फिर तो देश में चीनी, बांग्लादेशी, पाकिस्तानी, श्रीलंकाई सभी को जमीन घेरने देना चाहिए।
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