salt is not allowed in fast Because it breaks the resolution of the fast, I feel thirsty again and again and mind is not engaged in पाकिस्तानी नमक
आपको जानकर बड़ा आश्चर्य होगा कि भारत में व्रत में खाया जाने वाला नमक पाकिस्तान से आता था जो वहा पहाड़ो और जमीन खोदकर निकाला जाता है। हालाँकि व्रत में कोई भी नमक नहीं खाया जाता, ये किसी भी तरह की उपासना में बाधक होता है, बार बार प्यास लगती है, जिससे साधना भंग होती है। उपासना या व्रत करने से त्याग करने की शक्ति पैदा होती है और इस त्याग के लिए व्यक्ति खुद संकल्प लेता है उपासना या व्रत करने से त्याग और समर्पण की भावना उत्पन्न होती है जो सुखी जीवन और सिद्धि पाने का शुरूआती साधन है। ऐसा हमारे पुराणों में वर्णित है।
अब तक पाकिस्तान को भारत के लोग पालते रहे इसलिए शायद ये झूठ फैलाया गया कि व्रत में सेंधा नमक खाया जाता है। और इस बात कि क्या गारंटी है कि वह शुद्ध होता होगा। उन आतंकवादियों पर उतना ही भरोसा कर सकते है जितना समुद्र में सिक्का फेकने के बाद उसके मिलने का भरोसा होता है।
पाकिस्तान इन दिनों भारी आर्थिक संकट से झूझ रहा है। अगर भारत से उसका व्यापार चलता होता तो शायद आज इसमें कुछ आराम मिलता। और अगर अभी भी चल रहा है तो इसमें सरकारों की नहीं, हमारी गलती है। अगर हम मान लो गोवर खाना शुरू कर दे, तो सरकार उसको भी विदेशो से मांगना शुरू कर देगी। सरकार मांग के हिसाब से चीज़े विदेशो से मंगाती है।
क्युकी 2017 में भारत ने पाकिस्तान के साथ करीब 485+ मिलियन डॉलर का आयत किया था या सामान मंगाया था। ऐसी ही अन्य चीज़े है जो पाकिस्तान से आती थी। इन चीज़ो में शामिल है -
- चमड़े का सामान - (जिसमे गाय का भी हो सकता है )
- सेंधा नमक - (जिसमे वे थूक मिलकर पैक कर सकते है ) भारत एशिया का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है इस नमक का ।
- मुल्तानी मिटटी - इसे भी वे अशुद्ध करके भेज सकते है।
- ड्राई फ्रूट्स - फोड़ने, तोड़ने या छीलकर खाने वाले शुद्ध हो सकते है, बाकी पर भरोसा नहीं कर सकते।
- और भी ऐसे अन्य सामान है जो सनातनियो के धर्म को नष्ट करते है अर्थात स्वयं के द्वारा निषेध होने चाहिए।
जब इस देश में Halaal Certified प्रोडक्ट बिक सकते है तो Satvik Certified बेचने में क्या परेशानी थी ? हालाँकि देर से ही सही लेकिन अबकी नरेंद्र मोदी सरकार ने सिक्ख, जैन और हिन्दुओं के खानपान के लिए एक सात्विक सर्टिफिकेशन चालू किया है जिसके बारे में आप यहाँ जान सकते है।
मुझे लगता है , शायद पहले की सरकारों ने बहुसंख्यको का ध्यान इसीलिए नहीं रख पाए होंगे क्युकी वे भी पाकिस्तानी नमक का क़र्ज़ अदा कर रहे होंगे। बदले में वे उन्ही पैसो से हमारे सैनिको के शव को क्षत विक्षत कर रहे थे, कश्मीर में हमारे जवानों पर पत्थर मार रहे थे। भारत में हर महीने बम फोड़ रहे थे।
इसलिए हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि सनातन धर्म के लोगो को भी ऐसी अन्य सभी चीज़ो के इस्तेमाल से बचना चाहिए जो सात्विक नहीं है। कोशिश करके देखो और स्वयं के धर्म की आत्मरक्षा करो।
जय भारत, जय भीम, जय हिन्द
जय श्री हनुमान, जय श्रीराम, हर हर महादेव
ध्यान दे - ये जानकारी स्वयं के भाव मात्र है, अगर आपके विचार मिलते नहीं है तो उनका भी सम्मान करता हूँ। इसलिए अपने विवेक से पढ़े और समझे।
FAQs -
सेंधा नमक खाने से क्या लाभ होता है?
सेंधा नमक खाने से क्या लाभ होता है, इस बारे में हज़ारो वेबसाइट बता रही है लेकिन अगर ये सेंधा नमक पाकिस्तान से अशुद्ध होकर आता है फिर उसे खाया जाता है तो इसका नुक्सान किसी ने नहीं बताया।
क्या व्रत में सेंधा नमक खा सकते हैं?
अगर व्रत में आप बिना नमक के नहीं रह सकते तो ऐसे व्रत का संकल्प नहीं लेना चाहिए। और संकल्प लेकर उसको सेंधा नमक खाते है तो निश्चित ही संकल्प नष्ट हो जायेगा।
व्रत रखने पर कौन सा नमक खाया जाता है?
नहीं, कोई भी नमक नहीं खाया जाता। मुझे नहीं लगता किसी भी शास्त्र में इस बारे में लिखा है कि खाया जाता है। नहीं खाया जाता इस बारे में स्वयं के विवेक का इस्तेमाल करे और सोचे।
व्रत में सेंधा नमक ही क्यों खाते हैं?
क्युकी हम बिना गुरु के भटक रहे है। और कुछ तथाकथित गुरुओ ने सनातन धर्म को बहुत नुक्सान पहुंचाया है। अब समय है की जितनी भी सिद्ध पीठ है वे इंटरनेट के माध्यम से शिक्षित करे।
उपवास में सेंधा नमक का उपयोग क्यों किया जाता है?
गुरु के न होने से व्यक्ति सकल्प पर अडिग नहीं रह पता। कोई न कोई बहाने ढूंढ ही लेता है।
डिस्क्लेमर - यह लेखक के अपने स्वयं के विचारमात्र है, यह लेख किसी भी पंथ, जाति, व्यक्ति या संस्था से सम्बंधित नहीं है।
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